हम नए जमाने की तड़क-भड़क, गाडी मोटर की पों-पों, मिल कारखानों के धुँए-धक्कड़ व शोर गुल, चिल्लाहट से दूर इस विद्यालय को जो मूर्तरूप दिया है वह महज इसी धारणा से कि स्वच्छ वातावरण में बच्चे स्वच्छ व आजादी से श्वांस ले, घूटन न महसूस करें। शहर की गली-कूची, सड़ी-गली चीजों की बदबू व गंदे मार्ग से इन्हे गुजरना न पड़े। जैसे नेहरू का आनंद भवन, गाँधी का साबरमती आश्रम आज भी वैसा हरा भरा बना हुआ है। वह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। मैंने भी ऐसा ही कुछ प्रयास किया है।
एक कहावत है:-
If wealth is gone, nothing is gone.
If health is gone, something is gone.
If character is gone, everything is gone.
हमने इन बातों का ध्यान रखा है। बच्चे स्वस्थ रहेंगे तो उनके दिल दिमाग में स्वस्थ बातें आएगी। वे अपना चरित्र भी यहाँ से उज्जवल बना के जायेंगे।
जिस तरह पत्थरो को तराश कर नक्काशी करके कलाकार बहुमूल्य आकृतियाँ बनाते है तो उसकी कला समाज में प्रदर्शित होने पर प्रेरणा का स्रोत बन जाती हैं, उसी तरह हमारे कॉलेज के शिक्षक छात्र/छात्राओं को तराश कर ऐसा मेधावी बनाकर भेजते हैं, जो अच्छी-2 प्रतियोगिताओ को पास करके या अन्य प्रतिष्ठानो में उचित पद पते हैं, उस समय हमारे कॉलेज की गरिमा और भी बढ़ जाती हैं।
हालाँकि हमारा विद्यालय गरीबों, मजदूरों, असहायों के बच्चो के लिए ही नहीं बल्कि सभी वर्गों, समुदायों के साधारण व आमिर घरो के बच्चो के लिए भी हैं ताकि इसे कोई अन्यथा न समझे। हम तो यही कहना चाहते थे कि वो लोग धनाभाव के कारण शिक्षा से वंचित न रह जायें। हमसे जो बन पड़ेगा उनके लिए सहयोग करेंगे।
आपके विद्यालय को और अच्छा बनाने के लिए महीने में एक बार सभी अध्यापक/अध्यापिकाओं के साथ निदेशक कि अध्यक्षता में एक मीटिंग कराई जाती है, जिसमे कॉलेज के विभिन्न तरह के पहलुओं पर चर्चा कि जाती है, जैसे कॉलेज कि गुणवत्ता पर विशेष रूप से सबकी राय लेना, बच्चे कि बुद्धि धारिता, विभिन्न स्वभाव वाले बच्चो के एकरूपता में ढालना, कौन किस विषय में कमजोर है उसे विशेष रूप से संध्याकालीन कोचिंग में भेजना तथा उसकी कमजोरी को दूर करने के उपायों पर चर्चा कि जाती है और उसे एक रजिस्टर में अंकित किया जाता है। अगले माह पुनः उसमे कितना सुधार हुआ जानकारी हासिल कि जाती है। यहाँ पर बच्चो को मनोविज्ञानिक ढंग से शिक्षा दी जाती है। उन्हें आगे बढ़ने के लिए बराबर प्रोत्साहित किया जाता है। इस वर्ष हमने प्रयास करके कला वर्ग में छूटे विषय गृहविज्ञान, कला, इतिहास एवं मनोविज्ञान तथा कॉमर्स वर्ग कि मान्यता भी प्राप्त कर लिया। इस वर्ष से इन विषयो कि कक्षाएँ सुचारु रूप से संचालित की जायेंगी।
अब हम गत वर्षो में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र/छात्राओं के परीक्षाफल की उपलब्धियों की एक झलक आपके अवलोकनार्थ प्रेषित करते हैं।
इस विद्यालय को लगातार यू पी बोर्ड के बेस्ट स्कूल की ट्रॉफी प्राप्त होती रही हैं तथा विद्यालय में छात्रों के प्रति उत्कृष्ट कार्य एवं शत-प्रतिशत रिजल्ट देने के लिए शिक्षामंत्री ने विद्यालय को सम्मानित किया, यह विद्यालय के लिए गौरव की बात है।
इस वर्ष यू पी बोर्ड इण्टर की परीक्षा में 347 छात्र तथा हाईस्कूल की परीक्षा में 479 छात्र 80% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इण्टर तथा हाईस्कूल में अधिकांश छात्र 75% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। विद्यालय का परीक्षाफल हाईस्कूल व इण्टर दोनों में शत- प्रतिशत रहा। इस वर्ष यू पी बोर्ड हाईस्कूल एवं इण्टर की परीक्षा में विद्यालय के कई छात्र/छात्राएँ जनपद की मेरिट लिस्ट में स्थान पाने में सफल रहे।
हमारा यह प्रयास रहेगा की विद्यालय के छात्र/छात्राएँ प्रदेश की मेरिट लिस्ट में अपना स्थान प्राप्त करें, इसके लिए हम अनवरत प्रयासरत रहेंगे।
विद्यालय के उत्तीर्ण छात्रों को हार्दिक बधाई देते हुए हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।